चण्डीगढ़
स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 46 में हिन्दी दिवस बडे हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। हिन्दी के सम्मान में मनाये गये इस समारोह में स्नातकोत्तर राजकीय कन्या महाविद्यालय सेक्टर 42 की पूर्व प्रोफेसर व अध्यक्ष, हिन्दी विभाग डाॅ निर्मल सूद ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ विधिविधानपूर्वक दीप प्रज्वलन कर विद्या की अधिष्ठात्री माॅं सरस्वती के यशोगान व गुणगान के साथ किया गया। इस अवसर पर काॅलेज की प्राचार्य महोदया डाॅ. आभा सुदर्शन ने अपने सम्बोधन में कहा कि भाषा मानव की मूलभूत आवश्यकता है। यह आपसी संवाद का एक महत्वपूर्ण माध्यम होती है। हम भाषा से हटकर और बचकर नहीं चल सकते, क्योंकि यह हमारे व्यक्तित्व से जुडी हुई होती है। हिन्दी भाषा भी इसका अपवाद नहीें है। हिन्दी दिवस हिन्दी की असलियत और खूबसूरती को प्रस्तुत और प्रकट करने का एक पावन दिवस है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डाॅ निर्मल सूद ने कहा कि हिन्दी भारत देश की एक परम शक्ति है। यह हमारा परम सौभाग्य है कि हम हिन्दी भाषी देश में रहते हैं। हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है,राज भाषा है,मातृृ भाषा है। हम हिन्दी भाषा के साथ जीवन यापन कर रहे हैं क्योंकि इसके जरिये रोजगार के मौके भी बढ़ रहें हैं । हिन्दी दिवस हिन्दी की राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान की याद दिलाने वाला दिवस है। इस अवसर पर हिन्दी विभाग में करवाई गई विभिन्न प्रतियोगितओं जिसमें कविता पाठ,कहानी लेखन, निबन्ध प्रतियोगिता, शायरी, नारा लेखन आदि में प्रथम तीन स्थानों पर आने वाले प्रतिभागियों को ट्राॅफी और प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित किया गया। काॅलेज के उप प्राचार्य डाॅ बलजीत सिंह ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में करवाया यह समागम भारतवासियों के भाषा प्रेम को दर्शाता है। भारत की भाषाओं का अपना एक गौरव रहा है। हिन्दी भाषा भारत में इस दृृष्टि से एक ध्रुव तारे की भान्ति प्रकाशित है।