मोहाली।
चंडीगढ़-मोहाली बार्ड पूरी तरह से पुलिस ने सील कर दिया है। यहां से वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी गई है। मोहाली फेज-7 वाईपीएस चौक के पास सड़क पर बैरिकेडिंग कर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस वजह से मोहाली की तरफ जाने वाले कई रूट डायवर्ट भी किए गए हैं। मोहाली जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में निकाले जा रहे नेशनल हाईवे 205-ए में आ रही किसानों की जमीनों का बनता मुआवजा न मिलने पर किसान सड़कों पर उतर आए हैं।
किसान सुबह से ही मोहाली के अंब साहिब गुरुद्वारा के बाहर सैकड़ों किसान इकठ्ठा होना शुरू हो गए थे। दोपहर बाद किसानों ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब मुख्यमंत्री आवासा का घेराव करने के लिए कूच करना शुरू कर दिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री भंगवंत मान ने किसान संगठनों के बातचीत का न्योता भेजा था, वहीं, कुछ किसान संगठन की सीएम से बात भी हुई लेकिन सिरे नहीं चढ़ी। इसके बाद किसानों ने चंडीगढ़ के लिए कूच करना शुरू कर दिया है। रोड संयुक्त किसान कमेटी की ओर से विशाल धरने के चेतावनी के बाद पंजाब भर से अलग-अलग जिले से 23 किसान जत्थेबंदियां मोहाली पहुंची है। वहीं किसानों के धरने को लेकर प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। मोहाली में पुलिस ने पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। सोमवार रात को ही चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर को बैरिकेट्स लगाकर पूरी तरह बंद कर दिया गया था। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने भी बार्डर को सील कर किसानों को रोक दिया है। बड़ी संख्या में किसान मोहाली के वाईपीएस चौक पर पहुंचे हैं, जहां पुलिस के साथ उनकी आगे बढ़ने के लिए जद्दोजहद जारी है।
किसान जत्थेबंदियां अपनी 13 मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ धरना दे रही हैं। दोपहर बाद किसान चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री निवास घेरने के लिए रवाना हुए। किसान जत्थेबंदियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वह सीएम हाउस के बाहर पक्का धरना लगाएंगे। किसान गुरुद्वारा अंब साहिब के बाहर खुले मैदान में ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर पहुंचे। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक सीएम ऑफिस से किसानों को मिलने का समय दिया गया था। बात न बनने पर 23 जत्थेबंदियों के नेता मेमोरेंडम देने के लिए चंडीगढ़ जा रहे हैं, लेकिन चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर यूटी पुलिस द्वारा उन्हें रोकने के पूरे बंदोबस्त किए हुए हैं।
किसान जत्थेबंदियों का कहना है कि मोहाली आईटी सिटी से कुराली तक बन रहे नेशनल हाईवे में किसानों की एक्वायर की जमीनों का जिस तरह से मुआवजा तय किया गया था, उसमें बड़े स्तर पर धांधली की जा रही है। इसलिए जब तक सरकार इसकी इंक्वायरी नहीं करवाती तब तक सरकार और किसानों में कोई फैसला नहीं होगा। रोड किसान कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि लंबे समय से किसान अधिकारियों के साथ मीटिंग करते आ रहे हैं लेकिन प्रशासन उनकी बात सुनने की बजाय अपनी मनमानी उन पर थोप रही है। इसे किसान बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह अब चंडीगढ़ में पंजाब सरकार को किसानों के संघर्ष का सामना करना पड़ेगा।
पुलिस ने किया रोड डायवर्ट
किसानों की विशाल धरने की कॉल के बाद पुलिस ने लोगों की परेशानी को देखते हुए रूट डायवर्ट कर दिया है। किसान अंब साहिब गुरुद्वारा साहिब के बाहर इकट्ठा हुए हैं। गुरुद्वारा सिंह शहीदां से आने वाला रूट सेक्टर-70 लाइट प्वाइंट से फेज- 5 की तरफ डायवर्ट कर दिया है। इसी तरह फेज- 10 से फेज- 7 की ओर आने वाला रूट भी पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड की तरफ से डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं चंडीगढ़ से मोहाली को आने वाला रूट भी डायवर्ट करके सेक्टर-52 की तरफ से ट्रैफिक निकाला जा रहा है। वहीं 3बी2 से फेज-10 को जाने वाला रूट भी डायवर्ट कर सेक्टर -70 की तरफ ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है