चंडीगढ़
सोमवार को सुबह 5.30 बजे स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स पी जी आई से लेकर सुखना लेक तक वाकथान से सम्पन्न होगा पी जी आई नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल नर्सिंग वीक 2022 ।
मेडिकल स्टाफ यानी डॉक्टर, नर्स इत्यादी को अक्सर भगवान की संज्ञा दी जाती है क्योंकि धरती पर जान बचाने का साहस और प्रतिभा केवल उनमें ही मौजूद है। इसी त्याग और समर्पण के भाव को दुनिया को बताने के लिए पूरा विश्व 12 मई यानी फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस को हर साल इंटरनेशनल नर्स डे के रूप में मनाता है। इस दिन का उद्देश्य नर्स को उनके कार्य के लिए सम्मान देना है, जनाकारी दी एसोसिएशन की कल्चरल सेक्रेटरी जैस्मिन ने ।
एसोसिएशन की प्रेसिडेंट मन्जनीक व नर्स ऐड की डायरेक्टर हिना कुमार ने बताया कि 1965 में इंटरनेशल काउंसिल ऑफ नर्स ने इंटरनेशनल नर्स डे को मनाना शुरू किया था। इस दिन यानी 12 मई को मॉर्डन नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। फ्लोरेंस एक समाज सुधारक और इंग्लिश नर्स थीं। फ्लोरेंस नाइटिंगेल वह थी जिन्होंने नर्सिंग के प्रोफेशन में अपने कदम रखे और इसे एक प्रसिद्ध प्रोफेशन बना दिया। इंटरनेशनल नर्स डे का उद्देश्य दुनिया भर में नर्सों को सम्मानित कर उनके महत्व पर प्रकाश डालना है।
विश्व के सभी हेल्थ वर्कर में आधे से ज्यादा योगदान नर्सों का है लेकिन तब भी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, दुनिया भर में नर्सों की बेहद कमी है, विशेष रूप से लो इनकम देशों और मिडिल इनकम वाले देशों में 5.9 मिलियन और नर्स की आवश्यकता है। इनका महत्व हमें कोरोना के दौरान और अधिक देखने को मिला जब पूरी दुनिया के लिए किसी भी धन से ज्यादा जरूरी हो गया था हेल्थ। इस त्रासदी के समय मेडिकल स्टाफ खासतौर पर डॉक्टरों और नर्सों ने अपनी चिंता छोड़ मानव जाति को बचाने में अपनी सारी शक्ति लगा दी। लेकिन डॉक्टर को तो हर कोई क्रेडिट देता है लेकिन नर्सों को अक्सर वो सम्मान और क्रेडिट नहीं मिलता जो उन्हें मिलना चाहिए, इसीलिए नर्स ऐड नर्सिंग प्रोफेशनल को ट्रेनिंग ने कोई कमी नहीं छोड़ता है।