- -हुनर व प्रतिभा दोनो देखने को मिले
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पंचकूला
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानंचद गुप्ता ने कहा है कि हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य अपने हुनर व प्रतिभा के बल पर नये-नये उत्पाद बना कर बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी मात देने में सक्षम हैं। इस कड़ी में स्वापन आजीविका मार्ट महिला स्शक्तिकरण की नई मिसाल साबित होगा।
श्री गुप्ता आज पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित परेड ग्राउंड में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित करवाए जा रहे कार्यक्रमों की श्रंखला में आयोजित स्वापन आजीविका मार्ट का उदघाटन करने उपरांत कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर और हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री देवेन्द्र सिंह बबली भी उपस्थित थे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता और विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली ने मेले में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए 75 स्टाॅलों का एक-एक करके निरीक्षण किया और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से बातचीत भी की।
उन्होंने ने कहा कि हरियाणा सरकार ने मेहनतकश हुनरमंद लोगों के उत्थान के लिए ‘हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ शुरू किया है। इस मिशन के तहत आज यहां आयोजित यह ‘स्वापन आजीविका मार्ट’ पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के उत्थान केंद्रित है। मूल रूप से यह मिशन हमारी विचारधारा के प्रेरणा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अत्योदय विजन पर आधारित है, जिसे आज केंद्र के स्तर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश स्तर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में पूरा किया जा रहा है। इस मिशन का उद्देश्य प्रदेश के कारीगरों, शिल्पकारों और उद्यमियों के लिए आजीविका के अवसरों को बढ़ाकर उनके जीवन स्तर को सुधारना है। इसके साथ ही इन ग्रामीण मार्ट के माध्यम से हरियाणा के व्यंजनों और संस्कृति को प्रोत्साहित करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
श्री गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों के लिए यह विशेष कार्यक्रम शुरू किया है। हरियाणा सरकार की परिवार पहचान पत्र योजना के तहत पंजीकृत अंत्योदय परिवारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी) मॉडल – रूरल मार्ट व्यवसायों के लिए उपभोक्ताओं के साथ सीधे जुड़ने के लिए एक मंच के रूप में काम कर रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा के उत्पादों का विशिष्ट स्थान बनाना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली ने कहा कि कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए ही मार्ट मेले का आयोजन अब शहर में किया जाएगा, जबकि पूर्व में यह मार्ट गांवों में हाट की तरह लगाई जाती थी, जहां इन चीजों की बिक्री कम होती थी। अब यह मार्ट शहरों में लगाने से बिक्री बढ़ने के साथ-साथ मार्केटिंग के अवसर भी उत्पन्न होंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा इन स्वापन आजीविका मार्ट के अलावा ऑनलाइन मार्केटिंग जैसे कि फ्लिपकार्ट, ऐमेजॉन, सीएससी ग्रामीण ई-स्टोर के माध्यम से भी इनके सामान की बिक्री करवाने की पहल की है।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा अब तक राज्य के सभी 22 जिले व 142 ब्लॉक कवर कर लिए गए हैं, जिसमें 51526 स्वयं सहायता समूहों में कुल 542091 परिवारों को संगठित किया गया है। हरियाणा सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के हर नागरिक की सालाना आय 1 लाख 80 हजार रूपए से अधिक करना है, जिसके लिए प्रदेश के नागरिकों के समान विकास को लक्ष्य मानते हुए कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज हम सब नए हरियाणा के सृजन की ओर बढ़ रहे हैं। मातृशक्ति को भी आर्थिक तौर पर विकास के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष व विकास एवं पंचायत मंत्री ने स्वयं सहायता समूहों के लाभपात्रों को क्षण राशि के चैक भी वितरित किए।
इस अवसर पर हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. अमरेन्द्र कौर ने स्वापन आजीविका मार्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को बेचने के लिए उनके सपनों को साकार करने के लिए स्वयं यह नाम दिया है।
इस मौके पर उपायुक्त श्री महावीर कौशिक, नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल, डीसीपी सुरेन्द्र पाल सिंह, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह भी उपस्थित थे।