- पंजाब के स्वास्थ्य देखभाल ढांचे में इन क्लीनिकों की ओर से बेमिसाल सुधार होने की उम्मीद जताई
- इन क्लीनिकों के द्वारा मुफ़्त दवाएँ और 100 से अधिक क्लिनीकल टैस्टों जैसी स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुफ़्त मिलेंगी
एस.ए.एस. नगर ( मोहाली)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को यहाँ फेज-5 में नए बन रहे आम आदमी क्लीनिक के कार्यों का जायज़ा लेने के लिए औचक दौरा किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की हाजिऱी में इस क्लीनिक के चल रहे कार्य की समीक्षा की। इन कार्यों पर संतुष्टी प्रकट करते हुए भगवंत मान ने अधिकारियों को कहा कि यह काम तय समय-सीमा के अंदर मुकम्मल करना सुनिश्चित बनाया जाए।
इसके बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पड़ाव में ऐसे 75 आम आदमी क्लीनिक बन रहे हैं, जो 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों को समर्पित किए जाएंगे। यह क्लीनिक राज्य भर के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मुफ़्त में मुहैया करेंगे। उन्होंने कहा कि हरेक आम आदमी क्लीनिक में मरीज़ों के ईलाज और बीमारियों का पता लगाने के लिए एम.बी.बी.एस. डॉक्टर, फार्मासिस्ट, नर्स और अन्य समेत स्टाफ के 4-5 व्यक्ति होंगे। भगवंत मान ने बताया कि इन आम आदमी क्लीनिकों में तकरीबन 100 क्लिनीकल टैस्टों के साथ 41 पैकेज लोगों को मुफ़्त दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में इन क्लीनिकों के स्थापित होने से उनकी सरकार अपना एक और बड़ा चुनावी वादा पूरा करेगी। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि इन क्लीनिकों से पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल ढांचे में बेमिसाल सुधार होंगे। भगवंत मान ने आशा अभिव्यक्त की कि इन क्लीनिकों में 90 प्रतिशत मरीज़ों का ईलाज होगा, जिससे अस्पतालों से बोझ घटेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कर यह क्रांतिकारी कदम राज्य में स्वास्थ्य देखभाल ढांचे को पूरी तरह सुधार देगा। उन्होंने कहा कि यह सभी 75 आम आदमी क्लीनिक एक ही तजऱ् पर बनाए जा रहे हैं, जिनमें डॉक्टर का कमरा, रिसैपशन-कम-वेटिंग एरिया, फार्मेसी के साथ-साथ स्टाफ और मरीज़ों के लिए अलग पखानों जैसी बुनियादी सुविधाएं होंगी। भगवंत मान ने कहा कि इन क्लीनिकों में मरीज़ों के लिए ऑनलाइन अपायंटमैंट की सुविधा भी मुहैया होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह क्लीनिक लोगों को दवाएँ और बीमारियों के टैस्टों की सुविधा मुफ़्त में मुहैया करेंगे। उन्होंने कहा कि केवल गंभीर बीमारियाँ वाले मरीज़ों को ही आगे अस्पतालों में भेजा जाएगा। भगवंत मान ने यह भी बताया कि इसके लिए डॉक्टरों/ पैरा मेडिकल स्टाफ की सेवाएं लेने की प्रक्रिया पहले ही चल रही है और अब तक तकरीबन 2140 डॉक्टरों ने इन पदों के लिए आवेदन किया है।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि राज्य भर के सरकारी सिविल अस्पतालों में भी आने वाले दिनों में सुधार किया जाएगा, जिससे लोगों को मानक सुविधाएं मुहैया हों। भगवंत मान ने यह भी बताया कि आगामी पाँच सालों में राज्य में 16 नए मेडिकल कॉलेज भी स्थापित किए जाएंगे।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा, विधायक कुलवंत सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेणु प्रसाद, प्रमुख सचिव पी.डब्ल्यू.डी. अनुराग वर्मा, स्वास्थ्य सचिव अजोए कुमार शर्मा, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डिप्टी कमिश्नर अमित तलवाड़, एस.एस.पी. विवेकशील सोनी और अन्य उपस्थित थे।