चंडीगढ़
पंजाब राज भवन में पहली बार आयोजित निरंतर सात दिवसीय श्री राम कथा का भव्य समापन हुआ। इस ऐतिहासिक कथा को सुनने के लिए हरियाणा, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात समेत चार राज्यों के राज्यपाल तथा पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री, मुख्य अतिथि के तौर पर अलग अलग दिन पहुंचे और सभी ने सराहना करते हुये इस सफल कार्यक्रम का श्रेय पंजाब के राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित को दिया।
पंजाब के राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित ने कथाव्यास संत श्री विजय कौशल जी महाराज का धन्यवाद किया। पंजाब के राज्यपाल सहित राजभवन के समस्त अधिकारियों ने कथाव्यास संत श्री विजय कौशल जी महाराज का आशीर्वाद भी लिया। सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल सिंह ने भगवान से प्रार्थना की है कि वह सभी चंडीगढ़ वासियों को आशीर्वाद दें कि वह सब मिलकर चंडीगढ़ को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए काम करें ।
जसपाल सिंह ने कहा कि वह, 1983 के दौरान झुग्गी झोपड़ी बस्तियों में जा कर प्रौढ़ शिक्षा का काम कर चुके हैं । इस दौरान जसपाल सिंह के साथ साथ अनेक लोगों ने निस्वार्थ भाव से सेवा की थी और इसके परिणाम 1991 की जनगणना के आंकड़ों में सब लोग देख सकते हैं कि साक्षरता दर अनुसार सम्पूर्ण भारत में चंडीगढ़ की स्थिति अच्छी थी । जसपाल सिंह ने कहा कि अगर अब भी प्रशासन उन्हें सेवा का मौका दे तो वह एक कार्यकर्ता के तौर पर चंडीगढ़ को बेहतर बनाने के लिए माननीय प्रशासक चंडीगढ़ के नेतृत्व में काम करने के लिए तैयार हैं ।