विधान सभा अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लिया तैयारियों का जायजा

  • पिछले अनुभवों को देख बढ़ाने पड़ेंगे सुरक्षा प्रबंध
  • प्रदर्शन का अधिकार सभी को, लेकिन सभी के विशेषाधिकार की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी : गुप्ता
  • सत्र से पहले तय होगी रोष-प्रदर्शनों की सीमा और उनसे निपटने के तौर-तरीके भी

चंडीगढ़ 

हरियाणा की 14वीं विधान सभा का शीतकालीन सत्र कोविड प्रोटोकॉल पालन के साथ-साथ कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया जाएगा। विधान भवन परिसर और आसपास क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के लिए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने वीरवार को प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव संजीव कौशल, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा और पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल के साथ बैठक कर कोविड प्रोटोकॉल संबंधी एहतियातों और सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। बैठक में अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में तय हुआ कि 17 दिसंबर से शुरू हो रहे विधान सभा सत्र के शीतकालीन सत्र के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा प्रबंध पहले से पुख्ता किए जाएंगे। गत मानसून सत्र में कुछ विपक्षी विधायकों ने रोष-प्रदर्शन के दौरान चंडीगढ़ पुलिस पर धक्का-मुक्की के आरोप लगाए थे। इस बार विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता सत्र अवधि के दौरान रोष-प्रदर्शन करने की मर्यादा तय करना चाहते हैं। इस सिलसिले में वे सत्र से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक करेंगे। बैठक में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दूसरे दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। सत्र से पहले ही रोष-प्रदर्शनों की सीमा और उनसे निपटने के तौर-तरीके तय किए जाएंगे।

वीरवार को सुरक्षा प्रबंधों को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में ज्ञान चंद गुप्ता ने स्पष्ट किया कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी पक्षों को अपनी बात रखने तथा रोष प्रकट करने का अधिकार है, लेकिन इस प्रकार के कृत्यों से दूसरे जनप्रतिनिधियों के विशेषाधिकारों के रक्षण की चिंता भी हमें सुनिश्चित करनी होगी। बैठक की शुरुआत में ही प्रेस गैलरी और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को लिंक उपलब्ध करवाने पर चर्चा हुई। इस दौरान सेक्टर 3 स्थित हरियाणा निवास में प्रेस गैलरी स्थापित करने पर सहमति बनी है। मुख्यमंत्री समेत कोई भी नेता हरियाणा निवास पहुंच कर मीडिया से बात कर सकेंगे।

बैठक में तय हुआ है कि सत्र के दौरान कम से कम व्यक्तियों को विधान सभा परिसर में आने की अनुमति दी जाए। इसके साथ ही विधान भवन में प्रवेश करने के लिए कोविड के दोनों टीके लगवाना अनिवार्य कर दिया गया है। अगर किन्हीं कारणों से कोई विधायक कोविड टीका नहीं लगवा सकेगा तो उनके लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा रहेगी। इस टेस्ट में उनकी नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ही वे सत्र में भाग ले सकेंगे। अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए दोनों टीके लगवाना आवश्यक है। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि हाल ही में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के संक्रमण की खबरें आ रही हैं। उन्होंने सभी विधायकों और अधिकारी-कर्मचारियों से आग्रह किया है कि वे पूरी जिम्मेदारी के साथ कोविड संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करें।

बैठक में मुख्यमन्त्री हरियाणा के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक अमित अग्रवाल, संसदीय कार्य विभाग के विशेष सचिव अशोक मीणा, चंडीगढ़ के गृह सचिव नितिन कुमार यादव, डीसी चंडीगढ़ विनय प्रताप सिंह, हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) आलोक मित्तल, आईजी सौरभ सिंह, हरियाणा विधान सभा सचिव राजेंद्र कुमार नांदल, पंजाब विधान सभा के सचिव सुरेंद्र पाल, सीआईएसएफ के वरिष्ठ कमांडेंट एसपी सिंह, मार्शल संदीप नांदल समेत अनेक अधिकारी भी मौजूद रहे।

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