चंडीगढ़ नगर निगम का चुनावी माहौल गर्माया

  • दर्जनों लोगों ने विधायक राणा की लीडरशिप में बीजेपी छोड़ कांग्रेस का थामा हाथ
  • हिमाचली नेताओं के चुनाव प्रचार में उतरते ही बढ़ी गहमा-गहमी

चंडीगढ़

चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों को लेकर हिमाचली कांग्रेस टीम ने बीजेपी की धुकधुकी और बढ़ा दी है। 17 दिसंबर शुक्रवार को चंडीगढ़ कांग्रेस कार्यालय में जहां सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा की अगवाई में 5 दर्जन से ज्यादा हिमाचली मूल के लोगों ने बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा है। जबकि इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय स्पोक्स मैन पवन खेडा़, चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला व राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर अभिषेक दत्त भी मौजूद रहे। चंडीगढ़ के 35 सैक्टर में कांग्रेस कार्यालय में एमसी चुनाव को लेकर हुई बैठक के बाद जहां-जहां, जिस-जिस टीम की ड्यूटी चुनाव प्रचार में लगी व टीमें तुरंत अपने कार्यक्षेत्रों के लिए रवाना हुई।

हिमाचली कांग्रेस टीम के सक्रिय होते ही जहां चंडीगढ़ में लोग धड़ाधड़ कांग्रेस में शामिल होने लगे हैं, वहीं हिमाचली कांग्रेस टीम के चुनावी पैंतरों से बीजेपी की परेशानियां बढऩे लगी हैं। चंडीगढ़ की 15 फीसदी हिमाचली मूल की जनता के बीच राणा की गहरी पकड़ भी बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बनी है। 35 सैक्टर स्थित चंडीगढ़ कांग्रेस कार्यालय में हिमाचली कांग्रेस टीम के दखल से अचानक बढ़ी गहमा-गहमी के कारण चुनाव प्रचार में यकायक तेजी आई है। चंडीगढ़ की आम जनता की दिक्कतों व समस्याओं को मुद्दा बनाकर जहां एक ओर राजेंद्र राणा की टीम ने चुनाव प्रचार को बीजेपी के खिलाफ अक्रामक रुख दिया है वहीं दूसरी ओर हिमाचली विधायकों व संगठन के दिग्गजों की करीब 60 लोगों की टीम ने चंडीगढ़ में अपना-अपना मोर्चा संभाल लिया है।

विधायक राणा की टीम ने चंडीगढ़ को स्वच्छता रैंकिंग में 66वें नंबर पर पहुंचने को मुद्दा बनाकर चंडीगढ़ वासियों के दिलों पर दस्तक दी है। वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग के निजीकरण पर भी बीजेपी को घेरा है। ऐसे में आम आदमी के इन सवालों का जवाब बीजेपी से देते नहीं बन रहा है। राणा ने कहा कि बेरोजगारी व महंगाई को लेकर तंग आ चुकी चंडीगढ़ की जनता एमसी चुनावों में बीजेपी को सबक सिखाने का मन बना चुकी है। अब चंडीगढ़ की जनता बीजेपी के किसी भी झूठ और झांसे में आने वाली नहीं है। क्योंकि जनता समझ चुकी है कि चुनावों के वक्त बीजेपी कोई भी झूठा वायदा कर सकती है और कोई भी बड़ा झांसा दे सकती है। इसके पूर्व के चुनावों में बीजेपी झूठ और झांसों के दम पर ऐसा ही कुछ करती आ रही है।

राणा ने कहा कि स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर नगाड़े पीट रही बीजेपी को यह जवाब देना होगा कि स्वच्छता के मामले में देशभर में पहले तीन स्थानों पर रहने वाला चंडीगढ़ 66वें स्थान पर कैसे जा पहुंचा है और इसका जवाबदेह और जिम्मेदार कौन है? राणा ने कहा कि हिमाचल की तर्ज पर यकीनी तौर पर अब चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में भी बीजेपी का सूपड़ा साफ होने वाला है, यह चंडीगढ़ की जनता ही नहीं बल्कि बीजेपी के मित्र भी खुद मान रहे हैं।.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *